हॉस्टल में लड़किया, सिर्फ गंदी गंदी बात करती है

हॉस्टल में लड़किया, सिर्फ गंदी गंदी बात करती है,
ये बातें ऐसी होती हैं की शरीफ से शरीफ लड़किया भी अपने आप को रोक नहीं पाती



ये बात वही लड़के और लड़कियां समझ सकते हैं, जो कभी हॉस्टल में रहे हो, लड़कियों के टॉपिक हमेशा एक होते थे, और वो थे कौन सा लड़का कैसा था, उन्हें किस टीचर के साथ सेक्स करने का मन हैं, शादी के बाद हिनेमून पे क्या करेंगे

जिसमे टीचर के साथ कुछ संबंध बनाना हर लड़की की फैंटसी होती है,

लेकिन अंदर ही अंदर हर लड़की चाहती थी की उसका भी कोई पार्टनर हों, क्यों की कॉलेज और हॉस्टल में लाइफ में इतनी उठा पटक होती है की सब चाहते हैं की कोई ऐसा मिले जिसके साथ दिन भर की थकान को मिटा सकें

इसी दौरान मेरी मुलाकात, विपुल से हुई, कॉलेज fest में वो इंजीनर ब्रांच का था,

हमारी दोस्ती हुई और धीरे धीरे हमारा मिलने का सिलसिला बढ़ता रहा

देहरदून अपने आप में खूबसूरत जगह है, हम दोनो को जब मौका मिलता हम साथ में बैठ जाते और घंटो गप्पे मरते,

लेकिन कब हमारा gappe मरना प्यार में बदल गया पता ही नही चला

इसी दौरान मैंने विपुल को प्रपोज किया, और वो मान गया, हम दोनो खुशी के सातवें आसमान में थे

फिर हम दोनो ने प्लान किया की घूमने चलते हैं तो देहरादून से सबसे पास मसूरी लगा और हम वीकेंड पर चले गए मसूरी घूमने

दिन भर साथ घूमते और जैसे ही रात में विपुल मुझे अपनी बाहों में लेता मेरी सारी थकान मिट जाती

बात बात में विपुल ने बोला

सुनो,

मैने बोला हां बोलो

तुम्हे क्या लगता है हमारा रिश्ता कितना चलेगा ??

कितना चलेगा से क्या मतलब जितना तुम चलाना चाहोगे उतना चलेगा

मैं तो शादी कर के घर बसाना चाहता हूं तुम्हारे साथ

और साबर करो अभी कॉलेज का पहला साल है पढ़ाई करो अच्छे नंबर से पास हो बढ़िया नौकरी करो फिर घर पे बात करना

अच्छा तो क्या तुम्हारे घर वाले मान जाएंगे ??

मुझे नही पता मांगेगे या नहीं पर मैं कोशिश करूंगी

ठीक है मैं उम्मीद करता हूं की मान जाएं

वैसे इतनी जल्दी क्या है शादी की तुम्हे

बस है जल्दी अब सब्र नहीं होता तुम्हे प्यार करना चाहता हूं

अच्छा तो सब्र करने को कौन बोल रहा??

पर शादी से पहले ये सब ठीक है ??

अगर हम एक दूसरे से प्यार करते हैं तो सब ठीक है

इसके बाद हमारे बीच वो सब हुआ जो एक पति पत्नी के बीच होता है

पर मेरे अंदर डर था क्यों की हमने प्रोटेक्शन का इस्तेमाल नही किया था तभी मैंने अपनी सीनियर को फोन किया और सारी बात बताई

उन्होंने बोला बिना प्रोटेक्शन कौन करता है ये सब पागल लड़की

मैने शरमाते हुए जवाब दिया, दीदी जोश जोश में हो गया

उन्हें मुझे बोला की निकलो और 2 दिन के अंदर गर्भ निरोधक गोली लेलो

मैंने ले लिया

लेकिन जैसे ही मेरे पीरियड्स की डेट आई पर मुझे इस डेट पर पीरियड्स नही हुए

फिर मैंने ऑनलाइन डॉक्टर से कॉन्सलैट किया तो पता चला इस गोली को खाने से ऐसा होता है

लेकिन अब हम कॉलेज के बाद रोज मिलने लगे

अब हम दोनो में बातें कम और प्रेम लीला ज्यादा होती थी

मैं अपने आप में पूर्ण महसूस करने लगी थी, खुद ही मेरे विचार गर्लफ्रेंड से हट कर एक पत्नी और मां जैसे होने लगे थे

पहले जहां मैं सोचती रिलेशनशिप में आने के बाद मैं पार्टी करुंगी घुम्मोगी

वही अब लगने लगा था की फिजूल खर्ची क्यों करना पैसा बचाते हैं आगे के लिए काम आएगा

धीरे धीरे हम शिफ्ट हो गए एक नए फ्लेट में, जहां एक फ्लोर पे मैं और नीचे फ्लोर पे मेरी फ्रेंड और उसका बॉयफ्रेंड रहते थे

जब भी घर से कोई आता तो लड़किया एक में और लड़के एक में हो जाते

ऐसी स्थिति में मन में एक अलग सा डर लगता है,

और हमारे बीच सब इतना अच्छा चल रहा था, मानो जिसकी खुशी की कोई सीमा ना हो

हम सुबह उठते ही पहले प्रेम करते, फिर नाश्ता साथ करते साथ में नहाते और फिर एक बार करते, कॉलेज साथ जाते, सारा काम और असिनमैंट वहीं खत्म कर लेते

ताकि घर जा कर एक दूसरे को समय दे सकें एक लड़की जब वह 23 से 26 साल के बीच होती है थे उसके शरीर में ऐसे हार्मोन बनते हैं जो उसे बार बार सेक्स करने के लिए प्रेरित करते हैं

ये इतना ज्यादा होता की कई बार हम बिना प्रोटेक्शन के सब करते और जिस दिन ऐसा होता तो ये लगता की चलो अब तो 3 दिन का टाइम है

और फिर सारी क्रिया बिना किसी रोक टोक के होती

सबसे अच्छा और सुखद एहसास तो तब होता था जब विपुल अपना सीमन मेरी योनि में ही डिस्चार्ज कर देते थे,

एक गर्म और बेहद सुखद अनुभव जिसे मैं शब्दो में बयान नहीं कर सकती थी

हम दोनो प्रेम के सतावे आसमा पर थे इसी दौरान विपुल ने मुझे अपनी मां से मिलाया, उसकी मां बहुत अच्छी थी,

मुझे लगा था की वो मुझे देख के चिड़ेंगी लेकिन हुआ इसका ठीक उल्टा

उन्होंने बताया की विपुल ने बनाया को तुम कैसे एक मां जैसे उसका ख्याल रखती हो

और उसके प्रोजेक्ट में इसकी हेल्प करती हो

वो मुझसे काफी खुश थी

पर जब मैंने विपुल को बताया की मां ऐसे बोल रहा थी लेकिन मैंने तो कभी तुम्हारा ख्याल नही रखा l और कब तुम बीमार हुए और कौनसा प्रोजेक्ट मैने पूरा करवाया

विपुल ने सहजता से जवाब दिया, पागल अगर मैं मां को ये सब ना बोलता तो मां तुम्हे इतना पसंद ना करती

एक बार तुम्हारे घर वाले मुझे पसंद ना करें चलेगा लेकिन। मेरे घर वालों के लिया और तुम्हारे लिए ये जरूरी है की वो लोग तुम्हे पसंद करें क्यों की तुम्हे अब पूरी जिंदगी साथ रहना है

विपुल की ये बातें सुनकर मुझे उसपर बहुत प्यार आया और उसके लिए दिल में इज्जत और बढ़ गई

और अब मैं भी चाहती थी की घर पर बताऊं क्यों की ये हमारा आखिरी साल है

जैसे तैसे कर के मैंने घर पर बताया मां को, पर ये बात सुनते ही मां भड़क गईं और मुझे गलत कहा

और हिदायत दी की आगे से मैं कभी ना मिलूं

मेरा मन भारी था पर समाया सब ठीक कर देता, और मैने भी सब कुछ समय पर छोड़ दिया,

साल का अंत था मैने मां से एक बार फिर बात की, उन्होंने फिर से मना किया

मुझे।लगा एक बार अगर कैरियर सेट हो जाए तो बात बन सकती है

इस लिए मैंने प्लेसमेंट दूर ले लिया इस दौरान मैंने मां से बोला की वो पापा से बात करने की कोशिश करें पर वो नहीं चाहती थी

होली की छुट्टी पर जब मैं घर गई और पापा से बोला तो उन्होंने तुरंत माना कर दिया मैं उदास मन से वापस काम पर आगायई

पर मैं पापा से फोन पर बात करती और जब भी शादी की बात होती तो वो मुंह फेर लेते

मां से बात करती तो मां भी मुंह फेर लेती

ऐसे करते हुए पूरे 3 साल निकल गए और अब विपुल की मां ने विपुल के ऊपर शादी की बात डाली तो विपुल ने मेरे बारे में बताया उसके तरफ से एसबी सही था

पर मैं क्या बोलती विपुल से ??

यदि घर में बाप शादी के खिलाफ है पर मां और बहन suport में हैं तो शादी हो जाती है

पर यहां पर मेरी मां भी सपोर्ट में नही थी उल्टा मेरे लिए अलग अलग रिश्ते देख रही थी जब मुझे ये बात पता चली तो मां को ममता से मेरा भरोसा उठ गया

मैने मां से बोला की एक बार मेरी जगह रहो मैं उससे प्यार करती हो तो किसी गैर मर्द के साथ कैसे रह सकती हूं

मां ने तुरंत बोला प्यार व्यार बाद में भी हो जाता है

काफी बोलने पर भी वो लोग नही माने

पर अब विपुल के घर प्रेशर बढ़ता गया और 4 साल इंतजार करने के बाद उसने दूसरी लड़की से शादी कर ली,

पर यहां मैं विपुल को गलत नही बोल सकती उसने 7 साल मेरा इंतजार किया

विपुल की शादी के बाद मैं टूट गई

मेरे मां बाप ने मेरे लिए एक लड़का ढूढा जो अपनी बिरादरी का था

मेरी शादी होती है, लेकिन मेरा मन और शरीर अभी भी इस लड़के को एक्सेप्ट नही कर पा रहा था

मैने बोला थोड़ा समय दो हमे एक दूसरे को जानने दो

जिसपर उसने बोला

जानने के लिए तो पूरी जिन्दगी पड़ी है,और तुम्हारे जानने के चक्कर में मैं अपनी सुहागरात खराब नही करूंगा

ऐसा बोलते हो वो मेरे ऊपर झपट पड़ा और मेरे सारे कपड़े उतार कर अपनी प्यास भुजा ली

और मैं एक लाश की तरह पड़ी हुई थी

इस दिन वो आदमी मेरे नजर से उतर गया,

मैने सुबह कॉल कर के अपनी मां को बताया तो उन्होंने बोला वो पति है तुम्हारा उसका हक है ये सब करने

मैने बोला मां बिना मेरी मर्जी जाने ??

मां ने बोला तुम्हारी मर्जी से कोई फर्क नहीं पड़ता

और उसके बाद वो हर रोज मेरे साथ हैवानियत करता और मैं चुप चाप सब कुछ सहती,

सिर्फ ये समझ कर की मेरी मां ने बोला है ये उसका हक है

आज भी हमारे यहां हमारे मां बाप अपनी बीरादरी में नाक ऊपर रखने के लिए उस लड़के से शादी नही कराएंगे जिससे हम प्यार करते हैं कई सालो से जानते हैं

पर किसी अजनबी के सामने परोस देंगे की लो कर लो अपनी हवस शांत हमारी बेटी है संस्कारी चुप चाप सब खेल लेगी

आज मेरी शादी को 7 साल हो गए हैं लेकिन मैं बस रिश्ते का बोझ उठा रही हूं अपने सामाजिक पति के सामने लेट कर के

आज भी कॉलेज जाने वाली लकड़ी से मैं ये बोलूंगी

की किसी से ने इंतहा प्यार तभी करना जब तुम्हे अपने घर वालो पर भरोसा हो क्यों की कितना भी मॉर्डन परिवार हो, उनके लिए बेटी की खुशी से ज्यादा समाज की परवाह होती है

विपुल आज भी मुझसे नाराज है, और ये समझता है मैने उसका इमोशनल ब्रेकडाउन किया, है अपने परिवार के बारे में जानते हुए भी इसके साथ रिलेशनशिप बना कर

क्या मैं वास्तव में गलत हूं ?

इस पर अपने विचार व्यक्त करें 

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2 Comments

  1. AGR ye kahani to koi baat nhi agr sachchi ghatna hai to itna aage badhne se pahle aapko apne parents ko confidence me leaker hi badhna chahiye tha ya to Vipul ki tarah aapko apne parents ko Vipul ki personality se impress krna chahiye tha

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  2. JINDAGI AAPKO BITANI HAI HARD STEP LE KAR VIPUL SE MARRIAGE KAR LENA CHAIYE THA. KASH MERI GIRLFRIEND BHI AISA KAR PATI KITNA BOLA KI JINDAGI BHAR SAATH NIBHAOONGA DO ROTI KAM KHAOONGA PER USKO KABHI BHOOKA NAHI RAKHTA.

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