सेक्स एक औरत के शरीर को पूर्ण करता हैं सही उम्र में यदि संभोग ना हो तो एक औरत का शरीर उभर नहीं पता
क्यों की रति क्रिया के समय जब एक महिला संतुष्टि की प्राप्ति करती है तब उसके शरीर में कुछ ऐसे हार्मोन बनते हैं जो मासिक धर्म की समस्या चेहरे को चमक
उदर समस्या का भी भी समाधान करते हैं
कॉलेज खत्म होने के बाद मेरी उम्र महज 23 साल की थी। पापा और चाचा मेरे लिए रिश्ता देख रहे थे। कई लड़कों के रिश्ते आते, लेकिन किसी को सही नहीं समझा जाता। वजह थी कि घर में सभी को मेरी शादी किसी सरकारी नौकरी करने वाले लड़के से ही करनी थी। मां तरह-तरह के टोटके करतीं, ताकि मेरी शादी जल्दी हो जाए। एक दिन मैंने मां से कहा, "मां, इन टोटकों से क्या होगा? शादी तो जहां होनी होगी, वहीं होगी।" मां ने डांटते हुए जवाब दिया, "तुम चुप रहो, शादी-ब्याह उम्र और समय से हो तो ही ठीक रहता है।"
तकरीबन 6 महीने बाद एक लड़का मिला जो सरकारी विभाग में नौकरी करता था। उसकी उम्र 37 साल थी, यानी मुझसे करीब 14 साल बड़ा। सरकारी नौकरी देखकर पापा और चाचा ने तुरंत हां कर दी। मां ने भी सहमति जता दी। मुझसे कोई नहीं पूछा कि मुझे लड़का पसंद है या नहीं।
कुछ दिनों बाद उनके घर वाले मुझे देखने आए। उन्होंने मुझे पसंद कर लिया, और हमारी शादी तय हो गई। जब मैंने उन्हें देखा, तो उनकी उम्र देखकर थोड़ी घबराई, पर अपने मन की बात कहने की हिम्मत नहीं जुटा पाई। जब हमें बात करने के लिए अकेला छोड़ा गया, तब भी मैं कुछ बोल नहीं सकी।
जब सब चले गए, तो मैंने मां से हिम्मत करके कहा, "ये उम्र में काफी बड़े हैं।" मां ने गुस्से में कहा, "इतना अंतर चलता है।" मां-पिता की मर्जी को मैं आशीर्वाद मानकर चुप हो गई। हमारी शादी हो गई।
शादी की पहली रात कुछ नहीं हुआ। मैंने सोचा कि शायद थकावट या तनाव की वजह से होगा। लेकिन धीरे-धीरे दो हफ्ते बीत गए, और कुछ नहीं बदला। आखिरकार मैंने उनसे पूछा, "क्या मैं आपको पसंद नहीं हूं, जो आप मेरे करीब नहीं आते?" उन्होंने मेरा हाथ पकड़कर कहा, "ऐसी बात नहीं है।"
फिर मैंने खुद पहल करने की कोशिश की। जब हम करीब आने ही वाले थे, तभी कुछ अजीब हुआ, और वो शर्मिंदा होकर कमरे से बाहर चले गए। मैंने उन्हें समय दिया, लेकिन बाद में पता चला कि उन्हें एक शारीरिक समस्या है। उन्होंने बताया कि वह पिछले दो साल से इलाज करवा रहे हैं, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
डॉक्टर से पता चला कि उनकी उम्र ज्यादा होने के कारण नसें कमजोर हो चुकी हैं, और काम का तनाव भी एक बड़ी वजह है। मेरी उम्र महज 24 साल थी, और मैं अपने जीवन के उस दौर में थी जहां शरीर में एक स्वाभाविक ऊर्जा और इच्छाएं होती हैं। वहीं दूसरी ओर, मेरे 38 साल के पति, जिनकी कामेच्छा लगभग खत्म हो चुकी थी।
धीरे-धीरे हमारे बीच की दूरी बढ़ने लगी। मुझे लगा कि मेरी शादी एक समझौता बनकर रह गई है। मैं अपने पति से प्यार करती हूं, और वो भी मुझसे प्रेम करते हैं, लेकिन हमारा रिश्ता अधूरा सा है।
सरकारी नौकरी की चाहत ने मेरी जिंदगी को एक ऐसे मोड़ पर ला दिया, जहां सारी सुविधाएं भी फीकी लगती हैं। आज मुझे लगता है कि अगर मेरी शादी मेरे हमउम्र किसी लड़के से हुई होती, भले ही वह कम कमाता, पर मैं खुश रहती।
मैं सभी लड़कियों के माता-पिता से कहना चाहूंगी कि सरकारी नौकरी के लालच में अपनी बेटियों की जिंदगी से खिलवाड़ न करें। पैसे ही सबकुछ नहीं होते। खुश रहने के लिए सही साथी और उम्र का संतुलन बहुत जरूरी है।
आज का जमाना बदल गया है। अब 50 साल की उम्र में 25 साल जैसा जोश नहीं रहता। लोग 30 की उम्र में ही थकने लगते हैं। इसलिए, सही समय पर सही उम्र के साथी के साथ शादी करें और जीवन को खुशहाल बनाएं।
अगर आप मेरे साथ जुड़ना चाहते है तो यहां क्लिक करें 👉
0 Comments