मैं, मेरे पति और ओ (दो दिल, एक सफर: रोहिणी की छाया और आंचल का विश्वास)

 एक दिन साहिल के सैलफोन की घंटी बजने पर जब आंचल ने उस के स्क्रीन पर रोहिणी का नाम देखा तो उस के माथे पर त्योरियां चढ़ गईं.

रोहिणी के महफिल में कदम रखते ही संगीसाथी जो अपने दोस्त साहिल की शादी में नाच रहे थे, के कदम वहीं के वहीं रुक गए. सभी रोहिणी के बदले रूप को देखने लगे.
‘‘रोहिणी… तू ही है न?’’ मोहन की आंखों के साथसाथ उस का मुंह भी खुला का खुला रह गया.
वरमाला होने को थी, दूल्हादुलहन स्टेज पर आ चुके थे. दोस्त स्टेज के सामने मस्ती से नाच रहे थे. तभी रोहिणी के आते ही सारी महफिल का ध्यान उस की तरफ खिंच गया. यह तो होना ही था. वह लड़की जो कभी लड़कों का पर्यायवाची समझी जाती थी, आज बला की खूबसूरत लग रही थी. गोल्डन बौर्डर की हलकीपीली साड़ी पहने, खुले घुंघराले केशों और सुंदर गहनों से लदीफंदी रोहिणी आज परियों को भी मात दे रही थी. रोहिणी को इस रूप में कालेज के किसी भी दोस्त ने आज तक नहीं देखा था


साहिल की शादी की रस्में जोरों पर थीं। वरमाला का समय नज़दीक आ रहा था, और दूल्हा-दुल्हन स्टेज पर पहुंच चुके थे। सभी दोस्त और रिश्तेदार मस्ती में डूबे हुए थे। लेकिन जैसे ही रोहिणी ने महफिल में कदम रखा, सबकी नज़रें उस पर टिक गईं। उसके बदले हुए रूप ने सभी को हैरान कर दिया था। कालेज के दिनों में रोहिणी को लड़कों जैसा समझा जाता था, लेकिन आज वह इतनी खूबसूरत लग रही थी कि सभी उसे देखते ही रह गए।

मोहन ने रोहिणी की तरफ बढ़ते हुए पूछा, "रोहिणी... तू ही है न?" उसकी आंखें और मुंह दोनों खुले के खुले रह गए। रोहिणी ने मुस्कुराते हुए हां में सिर हिलाया। उसकी मुस्कान में एक अजीब सी चमक थी, जो सभी को आकर्षित कर रही थी। उसने गोल्डन बॉर्डर वाली हल्की पीली साड़ी पहन रखी थी, जो उसकी खूबसूरती को और निखार रही थी। उसके खुले घुंघराले बाल और सुंदर गहने उसे परियों जैसा बना रहे थे।

साहिल की नज़र भी रोहिणी पर पड़ी। वह थोड़ा हैरान हुआ, लेकिन फिर मुस्कुरा दिया। उसने आंचल की तरफ देखा, जो अभी भी रोहिणी के नाम को लेकर परेशान लग रही थी। साहिल ने आंचल का हाथ थामा और कहा, "चलो, वरमाला का समय हो रहा है।" आंचल ने साहिल की तरफ देखा और मुस्कुराने की कोशिश की, लेकिन उसके मन में कुछ और ही चल रहा था।

वरमाला की रस्म शुरू हुई। दूल्हा-दुल्हन स्टेज पर खड़े थे, और सभी उन्हें आशीर्वाद दे रहे थे। लेकिन आंचल का ध्यान अभी भी रोहिणी पर था। वह सोच रही थी कि आखिर रोहिणी यहां क्यों आई है। कालेज के दिनों में रोहिणी और साहिल के बीच क्या था, यह आंचल को पता नहीं था। लेकिन आज रोहिणी का यह रूप देखकर उसे लग रहा था कि शायद कुछ ऐसा है जो उसे नहीं पता।

रस्में खत्म होने के बाद सभी लोग डांस फ्लोर पर जमा हो गए। संगीत बज रहा था, और सभी मस्ती में डूबे हुए थे। रोहिणी भी डांस फ्लोर पर आ गई। उसके आते ही सभी की नज़रें फिर से उस पर टिक गईं। उसने साहिल की तरफ देखा और मुस्कुराते हुए उसके पास आ गई।

"साहिल, बहुत बधाई हो," रोहिणी ने कहा, उसकी आवाज़ में एक अजीब सी मिठास थी।

"थैंक्यू, रोहिणी," साहिल ने जवाब दिया, "तुम यहां कैसे?"

"तुम्हारी शादी में आने के लिए मैं कैसे मिस कर सकती थी?" रोहिणी ने कहा, उसकी आंखों में एक चमक थी।

आंचल ने यह सब देखा और उसका दिल बैठ सा गया। वह सोच रही थी कि क्या साहिल और रोहिणी के बीच कुछ था? क्या वह साहिल के लिए अभी भी महत्वपूर्ण है? उसने साहिल की तरफ देखा, लेकिन साहिल का ध्यान अभी भी रोहिणी पर था।

डांस फ्लोर पर संगीत तेज़ हो गया। रोहिणी ने साहिल का हाथ थामा और कहा, "चलो, डांस करते हैं।"

साहिल ने हिचकिचाते हुए आंचल की तरफ देखा। आंचल ने मुस्कुराने की कोशिश की और कहा, "जाओ, मज़े करो।"

साहिल और रोहिणी डांस फ्लोर पर चले गए। आंचल ने उन्हें देखा, उसका दिल भारी हो रहा था। वह सोच रही थी कि क्या उसने साहिल को पूरी तरह से जाना है? क्या साहिल के मन में अभी भी रोहिणी के लिए कुछ भावनाएं हैं?

डांस फ्लोर पर साहिल और रोहिणी एक साथ डांस कर रहे थे। रोहिणी की हंसी और बातें साहिल को कालेज के दिनों में ले गईं। वह उन दिनों को याद कर रहा था जब वह और रोहिणी एक साथ पढ़ते थे, एक साथ समय बिताते थे। लेकिन फिर उसने आंचल की तरफ देखा, जो अभी भी उसे देख रही थी। साहिल ने महसूस किया कि उसकी ज़िंदगी में अब आंचल है, और वह उससे प्यार करता है।

रोहिणी ने साहिल की तरफ देखा और कहा, "साहिल, तुम्हें याद है कालेज के दिनों में हम कितने करीब थे?"

साहिल ने मुस्कुराते हुए कहा, "हां, रोहिणी, वो दिन बहुत अच्छे थे। लेकिन अब सब कुछ बदल गया है। मैं आंचल से प्यार करता हूं, और वह मेरी ज़िंदगी का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है।"

रोहिणी ने साहिल की आंखों में देखा और महसूस किया कि साहिल सच कह रहा है। उसने मुस्कुराते हुए कहा, "मैं खुश हूं कि तुम्हें आंचल जैसी लड़की मिली। तुम दोनों एक दूसरे के लिए बने हो।"

साहिल ने रोहिणी को गले लगाया और कहा, "थैंक्यू, रोहिणी। तुम्हारी दोस्ती हमेशा मेरे लिए महत्वपूर्ण रहेगी।"

डांस खत्म होने के बाद साहिल आंचल के पास आ गया। उसने आंचल का हाथ थामा और कहा, "मुझे माफ कर दो, आंचल। मैं तुम्हें कभी दुखी नहीं करना चाहता था।"

आंचल ने साहिल की आंखों में देखा और महसूस किया कि साहिल सच कह रहा है। उसने मुस्कुराते हुए कहा, "मैं तुम पर भरोसा करती हूं, साहिल। तुम मेरे हो, और मैं तुम्हारी हूं।"

साहिल ने आंचल को गले लगाया और कहा, "हमेशा।"

रोहिणी ने दूर से यह सब देखा और मुस्कुरा दी। उसे एहसास हुआ कि साहिल और आंचल एक दूसरे के लिए बने हैं। वह खुश थी कि साहिल को आंचल जैसी लड़की मिली।

शादी की रस्में खत्म होने के बाद सभी लोग विदा होने लगे। रोहिणी ने साहिल और आंचल को गले लगाया और कहा, "तुम दोनों को बहुत सारी खुशियां मिलें। मैं हमेशा तुम्हारी दोस्त रहूंगी।"

साहिल और आंचल ने रोहिणी को धन्यवाद दिया और उसे विदा किया। जब रोहिणी चली गई, तो आंचल ने साहिल से कहा, "मुझे खुशी है कि तुमने मुझे चुना।"

साहिल ने आंचल की तरफ देखा और कहा, "तुम मेरी ज़िंदगी का सबसे अच्छा फैसला हो, आंचल। मैं तुमसे प्यार करता हूं।"

आंचल ने साहिल की आंखों में देखा और महसूस किया कि उसका दिल अब पूरी तरह से साहिल का हो चुका है। उसने कहा, "मैं भी तुमसे प्यार करती हूं, साहिल।"

दोनों एक दूसरे के साथ आगे बढ़ने के लिए तैयार थे, जानते हुए कि उनकी ज़िंदगी में अब कोई शक नहीं था। उनका प्यार और विश्वास उन्हें हर मुश्किल से लड़ने की ताकत देगा।

और इस तरह, साहिल और आंचल की ज़िंदगी में एक नया अध्याय शुरू हुआ, जो प्यार, विश्वास और समर्पण से भरा हुआ था। रोहिणी का आना उनके रिश्ते की मजबूती को और बढ़ा गया, और उन्हें एहसास दिला गया कि सच्चा प्यार हर मुश्किल का सामना कर सकता है।



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